Friday, January 9, 2009

**** सरस्वती वंदना ****

या कुम्येन्दु तुषारहार धावला ,

या शुभ्रः वस्तावृता

या वीणा वरदंड मण्डित करा ,

या स्वेत पद्मसंना

या ब्रह्मच्चुत शंकरा प्रमिनि देवे --

सदा वन्दिता



सम्मापतु , सरस्वती , भगवती ,

निः शेष ,

सरस्वती - महाभाग्य विद्या ,

कमल लोचनी ,

विधा रुपे विशालाक्षी

विधे दिही नमोस्तुते नमोस्तुते नमोस्तुते

** गुरु वन्दना **



गुरु ब्रह्म ,गुरु विष्णु,

गुरु देव , महेश्वरा,

गुरु साक्षात परम ब्रह्म ,

तस्मै: श्री गुरुवे नमः

तस्मै: श्री गुरुवे नमः

तस्मै: श्री गुरुवे नमः