छम छम बाजे रे पायलिया
*
राह चलत लचके पन्हारी
छलकत जात गागरिया
*
छम छम बाजे रे पायलिया
*
गोरे बदान पर भीगी सारी
और लगे अति सुंदर नारी
मोती बन बन टपके पानी
भीगत जात डगरिया
*
छम छम बाजे रे पायलिया
*
मुखरे पर आचँल मलमल का
जैसे खिलता फूल कमल का
आयी न जाने कौन नगर से
जाए कौन नगरिया
*
छम छम बाजे रे पायलिया
*
चंद्रमुखी जब लट बेखरायेह
जग सारा ये धोखा खाए
कोई कहे लो सावान आया
आए कारी बदरिया
*
छम छम बाजे रे पायलिया
*****